Rampal Kashyap: 14 साल की मनोकामना हुई पूरी, प्रधानमंत्री खुद पहुंचे जूते पहनाने
Rampal Kashyap: रामपाल कश्यप ने 14 साल पहले मनोकामना मांगी थी और निर्णय लिया था कि जब तक उसकी मुराद पूरी नहीं होगी तब तक जूते नहीं पहनेंगे। इस कामना पता चलने के तुरंत बाद प्रधानमंत्री स्वयं उन्हें जूते पहनाने पहुंचे।

eHindi Times, Haryana Desk: हरियाणा के छोटे से गांव खेड़ी गुलाम अली, जो कैथल के अंतर्गत आता है, के निवासी रामपाल पिछले 14 सालों तक नंगे पांव घुमते रहे क्योंकि उन्होंने मुराद मांगी थी कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बन जाए। इस मुराद के साथ रामपाल कश्यप ने यह भी प्रण लिया की जब तक नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री की कुर्सी पर विराजमान नहीं होगे तब तक रामपाल जुते या चप्पल नहीं पहनेंगे और नंगे पांव ही रहेंगे।
2012 में रामपाल के द्वारा मांगी मनोकामना 14 वर्ष बाद 2025 में जाकर पूरी हुई जब नरेंद्र मोदी देश का हित करने के लिए शपथ लेने के बाद पहली बार उनसे मिलने पहुंचे। रामपाल ने बताया कि किसी व्यक्ति ने उन्हें एक दिन ताना मारा था जिसे वह सहन नहीं कर सके और उसी पल यह प्रण लिया कि जब तक नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनेगे तब तक वह जूते-चप्पल त्याग देंगे।
रामपाल कश्यप ने कहा कि चाहे कोई सर्दी हो या गर्मी, समारोह हो या मरगत, वे हर जगह और हर मौसम में नंगे पांव ही रहते थे। 6 महीने पहले उनके बेटे शादी थी परंतु उसमें भी उन्होंने जूते पहनने से साफ इनकार कर दिया और नंगे पांव ही अपने बेटे की शादी करवाई। रामपाल कश्यप एक मजदूर है परंतु अपनी मनोकामना पूरी न होने के कारण वे 14 सालों तक नंगे पांव ही मजदूरी पर जाते थे। यह सब देखकर गांव वालों ने उन्हें पागल समझना शुरू कर दिया और हर कोई उन्हें पागल कहने लगा।
दुर्भाग्यवश, 2014 में रामपाल की मुलाकात नरेंद्र मोदी से नहीं हो पाई जिस कारण उन्होंने अपनी कामना पूरी होने के बाद भी इसे जारी रखने का निर्णय लिया। रामपाल तय कर चुके थे कि जब तक वे प्रधानमंत्री से नहीं मिलेगे तब तक जूते चप्पल को पांव तो क्या हाथ भी नहीं लगाएंगे।
मात्र 10 दिन पहले राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने ब्राह्मण धर्मशाला चीका में एक आयोजन में पहुंची थी। रामपाल कश्यप भी उस आयोजन में शामिल थे। उसी वक्त राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा की नजर रामपाल के नंगे पाव पर गई और कारण पता चलते ही वीडियो बनाकर प्रधानमंत्री ऑफिस में भेज दी।
रविवार की शाम के पांच बजे का समय था जब प्रधानमंत्री ऑफिस से घंटी बजी। इस कॉल में अधिकारियों ने बताया कि" सोमवार को यमुनानगर पहुंचना है क्योंकि प्रधानमंत्री खुद रामपाल कश्यप को यमुनानगर में चुते पहनाएंगे"। जिस समय प्रधानमंत्री ने रामपाल को चुते दिये तो उन्हे ऐसा लग रहा था जैसे स्वयं भगवान ही उन्हें मिल गए हो। रामपाल कश्यप ने कहा कि ये चुते उनके लिए श्री राम की चरण पादुका जैसे है इसलिए वे इन जूतों को संभाल कर रखेंगे।
रामपाल कश्यप 2010 के ओबीसी मोर्चा के मंडल अध्यक्ष भी रह चुके है और 18 साल से भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए है।